धारा 370 समाप्त, जम्मू कश्मीर राज्य का पुनर्गठन, धारा 370 का इतिहास,
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धारा 370 समाप्त :-
धारा 370 समाप्त जम्मू कश्मीर राज्य का पुनर्गठन । देशभर के लोगों के कश्मीर में बसने और वहां बिजनेस करने का रास्ता खुल जाएगा। खासकर होटल इंडस्ट्री पर कई तरह के प्रतिबंध थे। दूसरे देशों के निवेशक यहां अपना बिजनेस खोलेंगे।
इसके लिए सरकार ने राष्ट्रपति की मंजूरी के साथ अधिसूचना जारी की और राज्यसभा में इससे जुड़ा संकल्प भी पेश किया।
जम्मू-कश्मीर का संपूर्ण विकास नहीं हो पा रहा था।
सरकार यह पर पूर्ण रूप में कोई फैसला नहीं ले पा रही थी।
सरकार ने उन खंडों को हटाया है जो इसे विशेष अधिकार देते थे ।
जिस कारण कहा जाता है कि एक देश मैं कानून अलग अलग था।
सिर्फ एक खंड ही लागू होगा वह है जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है ।
भारत देश में एक निशान ,एक प्रधान, एक विधान रहेगा।
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जम्मू कश्मीर में घर, जमीन खरीदना सपना हुआ पूरा :-
किसी दूसरे राज्य का निवासी घर जमीन खरीदने का सपना पूरा कर सकता है।
क्योंकि धारा 370 इन अधिकारों को रोकती थी। यह सपना पूरा हो जाएगा।
बिजनेस को बढ़ावा :-
बिजनेस को बढ़ावा यहां किसी दूसरे राज्य का निवेशक निवेश नहीं कर सकता था।
वह स्वतंत्र रूप से अपना कारोबार नहीं बढ़ा सकता था
क्योंकि वह स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर सकता था। लेकिन अब वह बिजनेस एवं निवेश दोनों एक साथ बढ़ा सकता है।
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शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा :-
शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा जम्मू कश्मीर में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव होगा।
अभी तक निजी क्षेत्र में कॉलेज स्कूल किसी दूसरे राज्य का निवेश नहीं था ।
अब संभव हो पाएगा।
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रोजगार के अवसर :-
यह के युवाओं को पहले से अधिक रोजगार उपलब्ध होगा ।
नौकरी करने का रास्ता खुल गया है।
अब किसी भी राज्य का निवासी यह नौकरी कर पाएगा।
आतंकवाद में कमी-
आतंकवाद में कमी आएगी । जम्मू कश्मीर में जो रक्तपात होता था।
उसमें कमी आएगी । वह की जनता भी विकास का सूर्य देखेगी ।
वह के बच्चों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
अभी तक उनको आतंकवाद के साए में रहना पड़ता था।
अब इसमें सुधार आएगा।https://en.wikipedia.org/wiki/Article_370_of_the_Constitution_of_India
परिवारवाद पूरी तरह से खत्म-
जम्मू कश्मीर में जिस प्रकार से एक ही परिवार का बोलबाला था।
उसमें कमी आएगी। जम्मू कश्मीर में 3 परिवार अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार, कांग्रेस परिवार,
इनके हाथ में अब कुछ नहीं रह जाएगा। Pomegranate से हेल्थी स्पर्म बढ़ाएं सेक्स में आई कमी को दूर करे
जम्मू कश्मीर की बहन बेटियों के साथ न्याय-
बहन बेटी अगर किसी दूसरे राज्य के नागरिक से विवाह कर लेती है ।
उसकी नागरिकता खत्म हो जाती है।
धारा 370 के कारण अब से इस प्रकार के कानून मान्य नहीं होंगे।
अब वहां की बहन बेटी किसी भी राज्य के निवासी से शादी करके वह जम्मू कश्मीर में भी निवास कर सकती है।
अब उसकी नागरिकता खत्म नहीं होगी।
जम्मू कश्मीर में शादी करना संभव हुआ- किसी दूसरे राज्य का नागरिक जम्मू कश्मीर में शादी नहीं कर सकता था। करता भी तो कई शर्तों पर की जाती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
कोई शर्त नहीं लगाई जाएगी। बाकी भारत के राज्यों की तरह शादी हो सकेगी।
धारा 370 का इतिहास :-
जब हमारा भारत देश अंगेजो के अधीन था। तब कई रियासते होती थी। सभी के अपने अपने राजा होते थे। उसी प्रकार जम्मू कश्मीर के भी एक राजा थे।
जिनका नाम श्री हरी सिंह था। सन 1947 में भारत पाकिस्तान का बटवारा हुआ ।
जम्मू कश्मीर के राजा हरी सिंह जम्मू कश्मीर को स्वतंत्र रखना चाहते थे।
वो ना तो भारत में मिलना चहते थे ना पाकिस्तान में इस फैसले से नाराज होकर पाकिस्तान ने उन पर हमला कार दिया।
उन्होंने भारत देश से सहायता मांगी तब उनके सामने भारतीय गणराज्य में सम्मिलित होने की शर्त राखी।
राजा हरी सिंह ने इसकी तुरंत स्वीकृति दे दी और अपने राज्य के साथ भारत में शामिल हो गए ।
एक देश एक झंडा :-
जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे के कारण वह हमारे तिरंगे को वह सम्मान नहीं मिलता था जो उसे मिलना चाहिए।
वह तिरंगे को कोई जलाता या फाडता तो उसे कोई नहीं रोक सकता था
लेकिन अब समय बदल चुका है और उस व्यक्ति की खैर नहीं है जो तिरंगे का सम्मान नहीं करेगा।
जो भी नागरिक भले ही वह जम्मू कश्मीर का निवासी हो अगर वह हमारे देश के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्हों का अपमान करेगा तो उसे भारतीय संविधान के अनुसार कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
जम्मू कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश के नाम से जाना जाएगा। क्योंकि जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाना ही ठीक है।
इसलिए सरकार ने इसे केंद्र के अधीन रखा। जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग कर दिया है । जम्मू कश्मीर में तो विधानसभा रहेगी लेकिन लद्दाख में विधानसभा नहीं रहेगी।
केंद्र शासित प्रदेश क्यों बनाए जाते हैं :-
किसी भी क्षेत्र को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के पीछे क्षेत्रों का छोटा आकार, कम जनसंख्या, अन्य राज्यों से अधिक दूरी, अलग संस्कृति कारण होता है।
लेकिन कभी-कभी देश की सुरक्षा के लिए भी उस राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाता है। जैसे जम्मू कश्मीर का मामला है।
क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाना बहुत ही आवश्यक हो गया था ।
किसी बाहरी घटना आपातकालीन स्थिति में केंद्र सरकार ही बेहतर तरीके से कार्रवाई कर सकती है।
राज्य की सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं कर सकते हैं इसलिए केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाते हैं। http://wikipedia
बधाई हो एक देश एक झडा
Yes
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