Bitter gourd Benefits and Disadvantages,Nutrition,wiki,in hindi
Table of Contents
1. करेला क्या है
करेला बेल पर लगने वाला एक प्रकार का फल है इसकी सब्जी भी बनाई जाती हैं। करेले का फल ठंडा और पौष्टिक होता है। यह खाने में बहुत ही कड़वा होता है। खाने में जितना कड़वा होता है, स्वास्थ्य के लिए उतना ही फायदेमंद होता है। Bitter gourd Benefits
करेला बाहर से हरे रंग का उभरे हुए दानेदार की तरह होता है।
किनारों पर मुड़ा हुआ नुकीला और खुरदुरा होता है।
इसके अंदर सफेद रंग के बीज होते हैं ।
जब यह धीरे-धीरे पकने लगता है तो इसके अंदर के बीच लाल हो जाते हैं।
करेले का सेवन सब्जी के साथ-साथ औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। कृष्णा फल के ये गुण रखे स्वस्थ
देखा जाए तो आजकल किसी भी फल या सब्जी को आप 12 महीने मार्केट से प्राप्त कर सकते हैं।
परंतु करेले फल को आप मौसम के अनुसार मार्च के अंत में और अप्रैल के शुरू में प्राप्त कर सकते हैं। अनानास का इन विधियों के साथ सेवन करे अधिक लाभ होगा
प्राकृतिक रूप से करेला को जायज की फसल का हिस्सा माना गया है।
कृषि के क्षेत्र में बढ़ोतरी होने के कारण आजकल किसी भी फल को हम कभी भी प्राप्त कर सकते हैं। उसका फायदा शरीर ले सकते हैं।
2. Bitter gourd Benefits करेले का परिचय
- करेला प्राकृतिक रूप से ही कड़वा होता है इसमें हरे रंग के मध्यम आकार के पत्ते होते हैं।
- करेला बाहर से दानेदारनुमा होता है।
- किनारों के दोनों तरफ मुड़ा हुआ और नुकीला खुरदुरा होता है।
- इसके अंदर सफेद रंग के छोटे-छोटे बीज पाए जाते हैं।
- करेले के बीज कड़क होते हैं । ब्लूबेरी के इन फायदों को आपने नहीं जाना होगा
- करेले के बीज का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- करेले के पौधे में पीले रंग के फूल होते है जोकि एक मादा पुष्प होता है।
- करेला पकने के बाद पीले रंग का हो जाता है तथा इसके अंदर पाए गए सफेद रंग के बीच लाल हो जाते हैं। Bitter gourd Benefits
3. करेले का जूस Bitter gourd Benefits
सबसे पहले करेले के दानेदार वाले ऊपरी हिस्से को छील लें ।
इसके बाद करेले को अच्छी तरह से धोकर छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
याद रखें करेले के बीजों का इस्तेमाल नहीं करना है।
एक बाउल में थोड़ा सा पानी ले ।
अब इस बावल में करेले एवं थोड़ा सा नमक डालकर रख दें
ढक दें ताकि करेले का कड़वापन कम हो जाए।
5 से 10 मिनट पश्चात इसको मिक्सर की सहायता से पीस लें
करेले की कड़वाहट कभी कम नहीं हो सकती है।
आप इसमें थोड़ा सा सेब का रस या फिर नींबू का रस से कर सकते हैं
अब इसे पीसकर एक अच्छा पेस्ट बना लीजिए।
अब एक गिलास में पतला कपड़ा रखकर इसको छान लीजिए।
रस में काली मिर्च या चाट मसाला डालकर सेवन कर सकते हैं।
ठंडा करने के लिए रेफ्रिजरेटर में रखकर पी सकते हैं।
4. करेले का वनस्पतिक विवरण Bitter gourd Benefits
- करेला एक बेल पर नर फूल और मादा फूल के रूप में लगने वाला एक शाखा युक्त वनस्पति है।
- करेले का कोमल भाग अधिक रसेदार होता है।
- इसकी बेल सीधी पतले और लंबे आधार पर ऊपर की ओर चढ़ती जाती है।
- इसके पत्ते सादे और हाथ के आकार की होते हैं जो भी पांच से सात भागों में बटे हुए होते है।
- इसका फूल पीले रंग का एक लिंगी होता है।
5. करेले का इतिहास
करेला एक लोकप्रिय सब्जी के रूप में जाने जाते हैं।
करेला की उत्पत्ति भारत देश में हुई है भारत देश में करेले की जंगली जातियां आज भी देखी गई है। एलोवेरा के 10 फायदे जन लो आप भी काम आयेंगे घर में
करेले को 14वीं शताब्दी में चीन में लाया गया।
दक्षिण एशिया दक्षिण पूर्व एशिया पूर्वी एशिया देशों में इस व्यंजन का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है।
करेले के फल को तथा इसके रस को दवाई के रूप में प्रयोग किया जाता है Bitter gourd Benefits
6. करेले की प्रजाति एवं क्षेत्र
करेला को मोमोदिका चरैनिशया भी कहा जाता है।
करेला कुकुरबिटेसी कुल की प्रजाति का एक बेल है।
यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में लगने वाली एक लता या बेल है।
करेले को एशिया और कैरेबियाई क्षेत्रों में फल के रूप में व्यापक रूप से उगाया जाता है।
परंतु अलग-अलग किस्मों में पाए जाने के कारण इसके फलों का आकार और कड़वाहट की तीव्रता बदलती रहती हैं। पके केले के इन 4 अचूक फायदों को आप नहीं जानते होंगे
7. करेले के अन्य भाषाओं में नाम Bitter gourd Benefits
करेला कुकुरबिटेसी प्रजाति का फल है करेले को दुनिया भर में कई अन्य नाम से जाना जाता है।
हिंदी – करेला, करेली
अंग्रेजी -बिटर गॉड, बिटर स्क्वैश,
संस्कृत – पीतफला, पीतपुष्पा, कारवेल्ली
गुजराती – करेला करेलु
बंगाली – करला, जेटुआ
नेपाली – करेला
तेलुगू – काकरा, पाकल
तमिल – पावक्काचेडी, पावल
पंजाबी – करेला, करीला
8. करेले का उपयोगी हिस्सा या भाग Bitter gourd Benefits
आजकल फल का सेवन करने की बाद भी उसका कुछ हिस्सा ऐसा होता है, जो कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है और औषधि गुण का कार्य करने में सहायक है ।
जड़
फल
पौधा
पत्ते
9. करेले में पाए जाने वाले पोषक तत्व Bitter gourd Benefits
हरे और गहरे रंग की इस सब्जी का स्वाद खाने में भले ही कड़वा है। परंतु हमारे शरीर के लिए उतना ही औषधि गुण का कार्य करता है।
करेले में ढेर सारे एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिंस का भंडार है।
करेले का सेवन आप कई अन्य तरह से कर सकते हैं।
इसका फायदा आपकी शरीर को पहुंच सके।
करेले में प्रचुर मात्रा में विटामिन A, B और C पाया जाता है।
करेले फल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
पोष्टिक तत्व | प्रति 100 ग्राम |
पानी | 94.03 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 3.7 ग्राम |
एनर्जी | 17 केलोरी |
फाइबर | 2.8 ग्राम |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.17 ग्राम |
प्रोटीन | 1 ग्राम |
मिनरल :-
कैल्शियम | 19 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 17 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 296 मिलीग्राम |
जिंक | 0.8 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.034 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 31 मिलीग्राम |
आयरन | 0.43 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.2 माइक्रोग्राम |
मेगनीज़ | 0.089 मिलीग्राम |
सोडियम | 5 मिलीग्राम |
विटामिन :-
विटामिन सी | 84 मिलीग्राम |
विटामिन बी6 | 0.043 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.4 मिलीग्राम |
राइबोफलेविन | 0.04 मिलीग्राम |
विटामिन ए, आईयू | 471 आईयू |
थियामिन | 0.04 मिलीग्राम |
विटामिन A आर ए ई | 24 माइक्रोग्राम |
फोलेट | 72 माइक्रोग्राम |
पेंटोथेनिक एसिड | 0.212 मिलीग्राम |
लुटिन + जियाजेथिंन | 170 माइक्रोग्राम |
केरोटिन, बीटा | 190 माइक्रोग्राम |
केरोटिन, अल्फा | 185 माइक्रोग्राम |
करेले में एंटीबायोटिक एंटीफंगल एंटीसेप्टिक एंटीवायरल तथा कई प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं।
करेले में beta-carotene, जिंक, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, लूटीन, कैरोटीन, फ्लावोन्वाइड पोषक तत्व का भंडार है
करेले में विटामिन A भी अधिक मात्रा में पाया जाता है साथ ही साथ करेले में लोहा, फास्फोरस पाया जाता है
परंतु विटामिन सी की मात्रा कम पाई जाती है।
जिस तरह से शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए खट्टे फल मीठे फल की आवश्यकता होती है।
उसी तरह शरीर को कड़वे फल की भी जरूरत होती है।
इसी कारण करेले का सेवन करके आप शरीर को करेले के फायदे को शरीर तक पहुंचा सकते हैं।
एक महत्वपूर्ण बात यह भी जान ले छोटा करेला बड़े करेले की तुलना में बहुत ही ज्यादा गुणकारी होता है।
जहां तक हो सके छोटे करेले का सेवन करें।
जिससे शरीर को अधिक से अधिक फायदा पहुंच सके।
10. करेले के फायदे
=> पाचन क्रिया में सुधार
करेला मनुष्य के लिए औषधीय गुण का भंडार है।
करेला पाचन शक्ति को सुधारने में सहायक है।
करेले का सेवन करने से भूख तो बढ़ती ही है साथ ही साथ पाचन शक्ति में भी काफी सुधार होता है।
करेले के रस का सेवन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ाता है जिसके कारण पाचन क्रिया को पचाने में सहायता मिलती हैं। Bitter gourd Benefits
करेले को पचाने में किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होती है यह पचने में बहुत ही हल्का होता है।
करेला फल ठंडी प्रकृति का होने के कारण गर्मियों के दिनों में सेवन से शरीर को काफी फायदा होता है। Pomegranate वीर्य स्पर्म कैसे बढाये
=> रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं Bitter gourd Benefits
करेले में विटामिन और अन्य प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं। करेले का सेवन करके आप शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
किसी भी तरह की गंभीर बीमारी को शरीर में आने से पहले ही खत्म किया जा सके।
शरीर इतना मजबूत होना चाहिए की कोई भी बीमारी शरीर तक पहुँच ही ना सके। Bitter gourd Benefits
इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय
आप नियमित रूप से करेले की एक से दो कप चाय पीकर भी इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ा सकते हैं
करेले की चाय बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में चार से पांच कर ले के टुकड़े भिगो लें 5 मिनट पश्चात चाय का सेवन करें।
करेले का सेवन अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
=> बवासीर और कब्जे से परेशानी में लाभकारी
करेले में वह गुण सक्षम है जो कि भोजन को पचाने में सहायक होते है।
इसी गुण के कारण कब्ज और बवासीर समस्याओं में भी लाभकारी सिद्ध हुआ है।
भोजन को अच्छे से पचाने में सहायक होने के कारण मल त्याग मे भी आसानी होती है। सेब खाने के अदभुत फायदे
एक शोध के अनुसार पता चला है कि करेले के पत्तों का अर्क मल त्याग को आसान बना कर कब्ज से भी निजात दिलाने में मदद करता है, Bitter gourd Benefits
इसलिए कहा जाता है कि करेले का जूस कब्ज के साथ-साथ बवासीर में भी मददगार साबित है गंभीर स्थिति होने पर डॉक्टर परामर्श के अनुसार सेवन करना चाहिए।
=> वजन को नियंत्रित करने में सहायक
करेले में फाइबर की मात्रा पाई जाती है।
फाइबर शरीर में चर्बी को कम करने का कार्य करता है।
वजन को नियंत्रित करने के लिए करेले का सेवन कर सकते हैं ।
करेले का जूस भी वजन को नियंत्रित करने में सहायक है। Bitter gourd Benefits
करेले में फाइटोन्यूट्रिएंट्स एवं एंटीऑक्सीडेंट के तत्व पाए जाते हैं, जो कि वजन को कम करने में सहायक है।
यह तत्व शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को बढ़ाकर पेट की मात्रा को कम करता है।
करेले के बीज का तेल भी शरीर में वसा संचय को कम करने में सहायक है।
=> लीवर में करेले के फायदे
करेला लीवर में भी लाभकारी सिद्ध हुआ है।
करेले का सेवन करके फैटी लीवर की समस्या को होने से रोका जा सकता है।
यह समस्या अत्यधिक शराब का सेवन करने से हो सकते हैं।
फैटी लिवर की बीमारी बढ़ने के कारण फैट के जमाव को रोकने में सहायता मिलती है।
=> कैंसर से बचाव करने में मदद Bitter gourd Benefits
कैंसर रोग बहुत ही भयंकर रोग है, परंतु आजकल के खान-पान के कारण शरीर मैं पौष्टिक तत्वों की कमी आ गई है।
जिसके कारण शरीर को कई प्रकार की खतरनाक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। शरीर को पौष्टिक तत्व प्राप्त करवाने के लिए हमें स्वच्छ और सभी प्रकार के फलों का सेवन करना चाहिए।
करेले का सेवन करके भी आप शरीर को कैंसर के लक्षणों से बचाव करवा सकते हैं। करेले में एंटीवायरल एंटीफंगल एंटीबायोटिक जैसी गुण पाए जाते हैं।
करेले का सेवन करके इस प्रकार की खतरनाक बीमारियों को होने से पहले ही खत्म किया जा सकता है तथा बचाव करने में मदद मिलेगी।
=> मासिक धर्म की समस्या से बचाए
मासिक धर्म की समस्या मैं लाभ पाने के लिए भी कर लेगा सेवन फायदेमंद रहता है।
10 से 15 मिलीग्राम करेले के पत्ते के रस में।
1 ग्राम सोंठ, कालीमिर्च 500 ग्राम, पीपल का चूर्ण 500 ग्राम मिला ले ।
इस रस को 1 दिन में 3 बार पीने से मासिक धर्म के समय होने वाली समस्या मैं राहत मिलती हैं। IUI उपचार मातृत्व का सुख देने में अभी तक सबसे सफल तरीका
=> खांसी में राहत
करेले में फास्फोरस पाया जाता है।
यदि खांसी से परेशान है तो आप करेले का सेवन कर सकते हैं। फास्फोरस होने के कारण यह कफ बनने की समस्या को दूर करता है।
खांसी होने पर करेले का जूस बनाकर घर में ही पिया जा सकता है। खांसी के लिए करेले का जूस घरेलू इलाज के रूप में साबित हुआ है।
यदि आप करेले का जूस का सेवन करते हैं तो आपको किसी भी कफ सिरप का उपयोग नहीं करना पड़ेगा। Bitter gourd Benefits
प्रयोग विधि
5 ग्राम करेले की जड़ का पेस्ट बना लें।
इसके अंदर 5 मिली तुलसी का रस मिला लें।
खासी जुकाम और कफ की समस्या होने पर इस रस का सेवन करें।
=> गठिया रोग से छुटकारा Bitter gourd Benefits
गठिया या जोड़ों से संबंधित दर्द में भी करेले की सब्जी का सेवन किया जा सकता है।
जोड़ों में दर्द होने पर करेले के पत्तों के रस से मालिश कर सकते हैं।
ऐसा करने से जोड़ों में आराम पहुंचता है
प्रयोग विधि
10 से 15 मिली करेले के फल के रस और पत्ते के रस में राई और थोड़ा सा नमक स्वाद अनुसार मिला ले अब इस रस को पीने से गठिया में फायदा पहुंचता है।
=> त्वचा से संबंधित समस्या को दूर भगाए
त्वचा से संबंधित समस्या रक्त में खराबी होने के कारण होती है।
करेले का सेवन करके आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
खून की शुद्धि करने में पूरी तरह से योग्य फल माना गया है। करेला त्वचा पर होने वाले फोड़े, फुंसी या फिर किसी अन्य प्रकार की चर्म रोग में भी लाभ दिलाता है।
करेले में पाए गए बिटर्स और एल्केलाइड तत्व जो कि रक्तशोधक का काम करते हैं Bitter gourd Benefits अनार से सुंदरता कैसे बढ़ाएं
दाद खाज खुजली या फिर त्वचा से संबंधित रोग से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।
करेले में विटामिन सी पाया जाता है विटामिन सी का सेवन करने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है,
और त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों को काम करने में सहायता मिलती है।
साथ ही साथ करेले का सेवन करने से त्वचा को सूर्य की यूवी किरणों से भी बचाने में मदद मिलती है https://www.1mg.com/hi/patanjali/benefits-of-karela-in-hindi/
=> उल्टी दस्त में फायदेमंद Bitter gourd Benefits
उल्टी और दस्त होने से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। यदि हमारे शरीर को इस तरह की परेशानियां बार-बार होती है।
हमारा शरीर अंदरुनी रूप से कमजोर हो जाता है।
इस परेशानी से फायदा पाने के लिए आप करेले के बीज और काली मिर्च को घीसकर पानी मिलाकर पी सकते हैं। आंवला आयुर्वेद का खजाना 3 अचूक अनूठे सफल प्रयोग
=> आंतों के कीड़ों को खत्म करें
करेले में अन्थेलमिटिक नामक एक योगिक पाया जाता है ,जो कि कीड़े को मारने में बहुत ही फायदेमंद है। करेले का सेवन करके आंतों के कीड़े को खत्म करने में काफी सहायता मिली है।
=> रक्त को स्वच्छ और साफ रखें
करेले का सेवन करने से शरीर में रक्त को प्राकृतिक रूप से साफ किया जा सकता है । रक्त को स्वच्छ रखने से छोटी-छोटी समस्याओं के इलाज में सहायता मिलती है।
शरीर में अशुद्ध रक्त की कारण सिर दर्द, एलर्जी, कमजोरी, थकान जैसी समस्या उत्पन्न होती है। करेले का सेवन करके रक्त को स्वच्छ एवं साफ तथा डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है।
रक्त के स्वच्छ एवं साफ होने से त्वचा में भी निखार आता है। त्वचा से संबंधित समस्या कील मुंहासे, एग्जिमा, फोड़े फुंसी जैसी समस्या को दूर करने में सहायता मिलती है। Bitter gourd Benefits
=> मधुमेह में फायदेमंद
करेला मधुमेह में रामबाण औषधि का कार्य करता है। करेले का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए एक उत्तम फल माना गया है।
आप इस प्रयोग विधि का उपयोग करके मधुमेह रोगियों को फायदा दिलवा सकते हैं। Dragon fruit के इन 3 अचूक फायदों को आप नहीं जानते होंगे
प्रयोग विधि
करेले के छोटे-छोटे टुकड़े करके उसको धूप में सुखा लें,
इन टुकड़ों को पीसकर महीन पाउडर बना लें।
इस पाउडर को सुबह खाली पेट नियमित रूप से एक चम्मच का सेवन पानी के साथ करें
=> करेले का इस्तेमाल रूसी को खत्म करने में
आजकल महिलाएं और पुरुष सेहत के साथ-साथ अपने बालों का भी ध्यान रखते हैं।
बालों में डैंड्रफ या रूसी की समस्या होने पर करेले के पत्ते के रस को पीसकर सिर में लगाने से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
करेले के पत्ते के रस में हल्दी मिलाकर प्रयोग करने से भी रूसी की समस्या का खात्मा किया जा सकता है।
=> स्तनों में दूध को बढ़ाने में करेले का सेवन Bitter gourd Benefits
आजकल अनेक महिलाओं में यह शिकायत रहती है, मां बनने के बाद शिशु के पीने योग्य दूध नहीं हो पाता है।
जिसके कारण बच्चे में कई प्रकार के रोग होने की आशंका बनी रहती है। अपने बच्चों का स्वास्थ्य और भविष्य अच्छा बनाना चाहते ,हो तो उपाय को अपना सकते हैं। Kiwi fruit eating pregnancy में इस प्रकार खाए फायदा होगा
करेले के 20 ग्राम पत्तों को पानी में उबाल ले।
कुछ समय पश्चात उस पानी को स्तन पान करने वाली माँ को छान कर दे ऐसा करने से मां के स्तनों में दूध की वृद्धि होती है ।
=> करेला के लाभ आंखों के लिए भी
करेले में विटामिन ए पाया जाता है विटामिन ए आंखों के लिए बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि यह फल खाने से आंखों की समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है।
मोतियाबिंद, अंधापन की समस्या उम्र के कारण बढ़ती जाती है।
करेले में पाया गया बीटा कैरोटीन आंखों की बीमारियों के जोखिम से बचाव करने के साथ-साथ आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मदद करता है।
परंतु आजकल नेत्र से संबंधित समस्या बच्चों में भी देखी गई है, इसलिए आवश्यक है सभी प्रकार के फलों का सेवन करें करेले का जूस बनाकर पिए। Bitter gourd Benefits
11. करेले के अन्य फायदे
एचआईवी रोगियों के लिए भी करेले के जूस का नियमित रूप से सेवन करने से उनकी स्थिति में काफी सुधार होता है। अंगूर के बेमिसाल फायदों को जानकर हैरान हो जाओगे
करेले के जूस का नियमित रूप से सेवन करने से जिगर के समस्याओं आराम मिलता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है।
12. करेला का उपयोग
- करेले की सब्जी घर में ही बना कर खा सकते हैं।
- करेले का सेवन अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है।
- करेले का अचार बनाकर भी सेवन किया जा सकता है।
करेले के बीज में मेमोरचेरिन तत्व पाया जाता है यह तत्व गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसान दायक होता है यह तत्व गर्भपात के स्थिति उत्पन्न कर सकता है
13. करेले के नुकसान
याद रखें किसी भी फल का सेवन करने से पहले उसके नुकसान को भी जान ले।
क्योंकि हर किसी फल के फायदे होने के साथ-साथ उसके नुकसान भी होते हैं। जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं
- बच्चों को करेले का सेवन नहीं करना चाहिए
- गर्भवती महिलाओं को करेले का सेवन नुकसानदायक होता है
- अधिक मात्रा में करले का सेवन करने से दस्त और पेट में दर्द जैसी समस्या हो सकते हैं
- करेले में लेक्टिन नाम का तत्व पाया जाता है जोकि लिवर में प्रोटीन के संचार में रुकावट डालता है लीवर की समस्या होने पर करेले का सेवन ना करें
14. करेले के बीज
करेले के बीज का सेवन नहीं करना चाहिए।
करेले के बीज शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
इसके अंदर नुकसान दायक पदार्थ पाए जाते हैं ।
जिसका सेवन करने से शरीर को क्षति पहुंचती है।
करेले के बीज गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। यह गर्भपात की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। Bitter gourd Benefits
लाल केला आपने खाया मार्केट में आने वाला है कैसा होता है जान लो
chukandar को इस प्रकार खाए तो बहुत लाभ होगा
ICSI उपचार में भ्रूण को कितने दिन बाद महिला के गर्भकोष मैं रखा जाता है
Avocado के 3 अचूक फायदों को आप नहीं जानते होंगे
स्किन के लिए एवोकाडो के 3 अचूक फायदे
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